Why CGPSCBABA ?
सही मार्गदर्शन उतना ही जरुरी है जितना (मजधार )समुद्र के बीच में दिशासूचक यंत्र की होती है ताकि व्यक्ति अपनी योग्यता ,रुचि, क्षमता को जानने समझने में सक्षम हो सके और उसके सामने आने वाली समस्याओं शंकाओं निर्णय की स्थिति का सामना बेहतर तरीके और आत्मविश्वास के साथ कर सके ।
मार्गदर्शन का उद्देश्य केवल शंकाओ को दूर करने या अभ्यर्थियों के किसी प्रश्न का उत्तर देने मात्र के बजाय वांछनीय योग्यता और कौशल उपलब्ध कराने में सहायता करना है।
सुनिश्चित करें कि आपकी तैयारी CGPSC पाठ्यक्रम और पिछले प्रश्न पत्रों के साथ संरेखित (aligned)है। बिना उचित दिशा व एकाग्रता केवल कड़ी मेहनत (Hard work)शायद आपकी मदद न करे, लेकिन CGPSC के लिए आवश्यक दिशा में समझदारीपूर्ण काम( smart work) निश्चित रूप से मददगार साबित होगा

बाजार में पुस्तकों, सामग्रियों या कोचिंग की कोई कमी नहीं है, लेकिन क्या अध्ययन करना है और क्या नहीं, इसके बारे में कोई उचित मार्गदर्शन उपलब्ध नहीं है।
CGPSC परीक्षा क्लियर करने के लिए स्मार्ट वर्क की एक ही बुनियादी अवधारणा है – यह जानना कि ” क्या पढ़ना है और क्या नहीं” । CGPSC की तैयारी में किताबों या सामग्रियों की मात्रा (संख्या ) मायने नहीं रखती , बल्कि आपके पढाई की गुणवत्ता और बार बार किया गया रिविजन ही अंतिम परिणाम के लिए अधिक उत्तरदायी होता है आपको Deputy Collector बनना है या Book Collector(किताबों से रूम को भरने वाले ) यह आपको ही चुनना होगा ,
यदि आपने खुद को Deputy Collector के लिए चुना है तो एक बार उचित अध्ययन स्रोत की सूची निर्धारित कर लेने के पश्चात् उन्हें पढने की गुणवत्ता और बार बार रिविजन पर ही सारा जोर लगाएं

जब आप अभ्यास नहीं कर रहे हैं, तो याद रखें, कोई व्यक्ति कहीं अभ्यास कर रहा है, और जब आप उससे प्रतिस्पर्धा करेंगे तो वह जीत जाएगा . अभ्यास महत्वपूर्ण है, लेकिन यह जानना कि अभ्यास कहाँ और किस दिशा में करना है यह उससे भी अधिक महत्वपूर्ण है . परीक्षा एवं प्रतिस्पर्धा थोड़ी कठिन प्रतीत तो होती है, खासकर शुरुआत में जब हम संघर्ष करने और गलतियाँ करने की संभावना वाले शरुआती चरण में हो । वास्तविकता यह है कि, परीक्षा में अच्छे अंक से या प्रतिस्पर्धा में अपना प्रतिष्ठित स्थान बनाने का एकमात्र और अनिवार्य तरीका अभ्यास करना ही है चाहे वह प्रारंभिक परीक्षा में उत्तर चुनने की बात हो या मुख्य परीक्षा में उत्तर लिखने का कार्य या फिर इन दोनों परीक्षाओं के लिए पढाई का कार्य सभी के लिए रिविजन और अभ्यास वैसा ही जरुरी है जैसे तैरना सिखने के लिए नदी या तालाब में उतरकर
तैरने का प्रयास जरुरी होता है .

हमेशा याद रखें कि CGPSC परीक्षा को पास करने के लिए केवल ज्ञान या पढाई ही पर्याप्त नहीं है। भर्ती प्रक्रिया लगभग 1 वर्ष की अवधि में आपके धीरज और अनुशासन का परीक्षण करने के लिए डिज़ाइन की गई है जिसके लिए प्रेरणा आवश्यक है। पढाई अभ्यास इत्यादि को निरंतर बनाए रखने के लिए भी
सभी को प्रेरक सानिध्य की हमेशा जरुरत होती है .
जब नाव जल में छोड़ दी , तूफ़ान में ही मोड़ दी …
दे दी चुनौती सिंधु को …..फिर धार क्या मझधार क्या
कह मृत्यु को वरदान ही ,मरना लिया जब ठान ही..
फिर जीत क्या फिर हार क्या

What we bring to you

पाठ्यक्रम सरलीकरण ,परीक्षा प्रारूप ,परीक्षा रणनीति ,समसामयिकी कवरेज ,प्रारंभिक परीक्षा से लेकर मुख्य परीक्षा तक समग्र तैयारी नवोन्मेषी तरीके से CGPSCBABA के साथ
CLS(creative learning series ) – किसी भी तैयारी के लिए सटीक कार्ययोजना ,रणनीति के साथ अभ्यास अनिवार्य होता है । अपने इस पहल के माध्यम इनको पूर्णता प्रदान किया जाएगा ।
RPS (regular practice series ) – अनेक अभ्यर्थी लेखन अभ्यास के अभाव मे मुख्य परीक्षा मे अनेक सवालों के उत्तर जानते हुए भी अनुत्तरित छोड़ वापस आने मजबूर हो जाते हैं जिससे साल भर की तैयारी मे पानी फिर जाता है ।
समसामयिकी कवरेज ,डेली प्रीलिम प्रैक्टिस ,माइंडमैप ,CG-दर्शन ,आर्थिक सर्वेक्षण एवं बजट ,स्टडी मटेरिअल फ्री डाउनलोड इत्यादि
