Q1 समाजशास्त्र की प्रकृति को स्पष्ट कीजिए।(100 शब्द)
Q1 समाजशास्त्र की प्रकृति को स्पष्ट कीजिए।(100 शब्द)
उत्तर- कोई भी विषय अपने प्रकृति में या तो विज्ञान होता है या कला और समय के साथ ये कलाजत विषय विज्ञान बनने का प्रयास करती है।
समाजशास्त्र एक नवीन विकासशील विज्ञान है। ऐसा मानने वालों में समाजशास्त्र के जनक अगस्त कॉम्प्टे, ईमाइल दुर्खीम तथा मैक्स वेबर है। इनके अनुसार समाजशास्त्र एक विज्ञान है क्योंकि- 1) वैज्ञानिक पद्धतियों के प्रयोग के कारण जैसे- साक्षात्कार, अनुसूचि
2) अवलोकन द्वारा तथ्यों के संग्रहण
3) कार्य -कारण सम्बन्धो के व्याख्या के कारण
4) तथ्यों का विश्लेषण व वर्गीकरण के कारण।
लेकिन कुछ विद्वान समाजशास्त्र को विज्ञान मानने से इनकार करते है। इनका मत है-
1) समाजशास्त्र के पास प्रयोगशाला का अभाव है,
2) वस्तुनिष्ठता का अभाव,
3) मानवीयता का अभाव,
4) भविष्यवाणी का अभाव ।