Q2 दर्शन की उपयोगिता या दर्शन का जीवन से सम्बंध स्पष्ट कीजिए। (175 शब्द)

उत्तर– दर्शन का जीवन से घनिष्ठ संबंध है, क्योंकि दर्शन की उत्तपत्ति ही मानवीय समस्याओं व जिज्ञासाओ से हुई है। इसकी उपयोगिता निम्न है- 1) दर्शन मानवीय समस्याओं का निष्पक्ष अध्ययन करता है और समाधान का रास्ता सुझाता है।
2) दर्शन सामान्य की खोज है जो हमारे लिए लाभप्रद है।
3) दर्शन तार्किक चिन्तन व निर्णयन को जन्म देती है।
4) यह धर्म का तार्किकीकरण करता है और धर्म ही जीवन मे मनुष्य का वाहक है।
5) दर्शन मनुष्य को स्वतंत्र बनाता है, वो समस्त पूर्वाग्रहों और विश्वासों से अलग होकर सोचता है।
6) दर्शन व्यक्ति को अध्यात्म की ओर ले जाता है।
7) यह मनुष्य को आंतरिक नियंत्रण सीखाता है।

वर्तमान में दर्शन का महत्व और भी बढ़ गया है, आज हम गरीबी, बेरोजगारी और आतंकवाद जैसे समस्याओं को दर्शन से सुलझाने का प्रयास करते है क्योंकि दर्शन जीवन मे सकारात्मकता और आशावाद को लाता है। प्रो. राधाकृष्णन के अनुसार दर्शन सृजन का आधार है। यह व्यक्ति को असत्य से सत्य, असन्तोष से संतोष, अंधकार से प्रकाश, भोग से योग, अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जाता है।

इसलिए जिस व्यक्ति को जीवन दर्शन का समझ है उसका जीवन दुसरो की तुलना में सुखी और सम्पन्न है ।