RPS-2020 CGPSC MAINS WRITING PRACTICE 22 MAY ANSWER

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उत्तर1– संस्कृति शब्द की व्युत्पत्ति संस्कृत भाषा के संस्कार से आया है जिसका आशय विशिष्ट कार्य करना अथवा अनुष्ठानों के सम्पन्न कराने से है। अर्थात संस्कृति धार्मिक शुद्धिकरण की प्रक्रिया तथा व्यक्ति के शारीरिक मानसिक और बौद्धिक परिष्कार के लिए किया जाने वाला कार्य है।
इनकी निम्नलिखित विशेषता है-
1) संस्कृति एक सीखा हुआ व्यवहार है।
2) इसमे हस्तांतरण का गुण पाया जाता है।
3) संस्कृति सामाजिक है।
4) समाज के लिए आदर्श है।
5) यह मानवीय आवश्यकताओं की पूर्ति करता है।
6) प्रत्येक समाज की संस्कृति अलग अलग होती है
7) संस्कृति मानवकृत है।


उत्तर2 मनुष्य को पशुस्तर से ऊंचा उठा कर मानव बनाने की प्रक्रिया समाजीकरण कहलाता है अर्थात समाजीकरण सीखने की वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा व्यक्ति समाज मे सामाजिक- सांस्कृतिक विशेषताओं को ग्रहण करता है, अपने व्यक्तित्व का विकास करता है और समाज का क्रियाशील सदस्य बनता है।

समाजीकरण का उद्देश्य-
1) समाजीकरण के द्वारा व्यक्ति में नियमबद्धता और अनुशासन उत्पन्न किया जाता है।
2) मानवीय आवश्यकताओं की पूर्ति करता है
3) यह सामाजिक भूमिका को बेहतर तरीके से निभाने की सीख देता है।
4) यह मनुष्य की क्षमताओं का विकास करता है


उत्तर3 समाजीकरण के साधन-
1) परिवार- यह सर्वाधिक महत्वपूर्ण संस्था है। बच्चा परिवार में जन्म लेता है, सदस्यों के सम्पर्क में आता हैऔर रीति रिवाज, लोकाचार, तथा प्रथाएँ सिखाता है। वह भाई-बहन, बेटा-बेटी, माता-पिता, और पति- पत्नी जैसे रिश्तों को समझता है
2) क्रीड़ा समूह- यह दूसरी महत्वपूर्ण संस्था है। बच्चे खेल समूह में खेल के नियमो को, दूसरे के नियंत्रण में रहनज़ अनुशासन रहना सीखता है। वह सहयोग संघर्ष और प्रतिस्पर्धा की भावना को ग्रहण करता है।
3)पड़ोस- समाजीकरण में पड़ोसी का महत्वपूर्ण योगदान होता है। बच्चे पड़ोसी से स्नेह,प्यार पाता है। वह ईर्ष्या, निंदा, प्रशंसा को समझता है।
4)शिक्षण संस्थाएं – यहां बच्चे गुरुजनों, सहपाठियों, पाठ्यक्रम व साहित्यों से नई बाते सीखता है। अध्यापक से आदर्श, विचार, आचरण, रहन-सहन सीखता है।
5) नातेदारी– व्यक्ति परिवार से आगे अन्य रिश्ते जैसे सास-श्वसुर, देवरानी-जेठानी आदि के संपर्क में आता है और नई भूमिकाएं देखता है।
6) विवाह– विवाह से मनुष्य पति- पत्नी के रुप में सामने आता है , यही से मनुष्य नई भूमिकायें जैसे उत्तरदायित्व, जवाबदारी सीखता है।
7) राजनीतिक संस्था- यह संस्था व्यक्ति को शासन प्रशासन कानून तथा उसके कर्तव्य और अधिकार से बोध कराती है
8) आर्थिक संस्था– यहां से व्यक्ति जीवन यापन के चीजो को समझता है। व्यापार व्यवसाय, सहयोग संघर्ष समायोजन आदि ज्ञान अर्जित करता है।
इसके अतिरिक्त कई अन्य संस्थाओं द्वारा समाजीकरण किया जाता होता है।


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