RPS-2020 CGPSC MAINS WRITING PRACTICE 7 JUN ANSWER
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उत्तर1 सामाजिक नियंत्रण का अर्थ समाज व्यवस्था को स्थिर करना एवं मानव व्यवहार को प्रभावित करना होता है। लैंडिस के शब्दों में एक ऐसा सामाजिक प्रक्रिया जो मनुष्य को समाज के प्रति उत्तरदायी बनाता है और समाज को स्थिर एवं निर्मित करता है।
उत्तर2- समाजिक सुदृढ़ता समाज के अस्तित्व के लिए अनिवार्य है ।कोई भी व्यक्ति अपने स्वभाव मनोवृतियों एवं रुचियों में समान नहीं होते। प्रत्येक मनुष्य का एक विलग व्यक्तित्व है। व्यक्तियों में सांस्कृतिक अंतर होते हैं।कुछ मूर्ति पूजक है तो कुछ नहीं, कुछ मांसाहारी है तो कुछ शाकाहारी, कुछ परंपरावादी तो कुछ आधुनिक। वस्तुतः समाज एक विजातीय संगठन है। यदि प्रत्येक व्यक्ति को कार्य एवं व्यवहार करने की अबाधित स्वतंत्रता दे दी जाए तो सामाजिक अव्यवस्था उत्पन्न नाम हो जाएगा।व्यवस्थित सामाजिक जीवन हेतु सामाजिक नियंत्रण आवश्यक है। सामाजिक नियंत्रण की आवश्यकता निम्न कारणों से है-
1)प्राचीन व्यवस्था को स्थिर रखना 2)सामाजिक एकता स्थापित करना 3)व्यक्तिगत व्यवहार को निगमितगऔर नियंत्रित करना।
4) सांस्कृतिक कुसमयोजन को रोकना।
उत्तर3- जिन साधनों के द्वारा व्यक्तियों को उनके जीवन मूल्यों एवं नीतियों का पालन करने के लिए अभीप्रेरित या बाध्य किया जाता है वे इतने विभिन्न और अधिक है कि उनका वर्गीकरण संभव नही है।
कुछ समाजशास्त्रियों ने सामाजिक नियंत्रण के साधनो को अनौपचारिक एवं औपचारिक श्रेणियों में विभक्त किया है।
1)अनौपचारिक साधन- सामाजिक नियंत्रण के अनौपचारिक साधन समाज में स्वयं विकसित होते हैं उनके निर्माण हेतु किसी अभिकरण की आवश्यकता नहीं होती ,जैसे ब्राह्मण मास नहीं खाते, जैनी दही नहीं खाते, हिंदू स्त्रियां धूम्रपान नहीं करती, व्यक्ति विवाह जाति के अंदर ही करते हैं। यह सभी अनौपचारिक नियंत्रण के कारण है।
कुछ अनौपचारिक नियंत्रण के महत्वपूर्ण साधन-
1) विश्वास -जैसे अलौकिक शक्ति, पुनर्जन्म के सिद्धांत, स्वर्ग नरक में विश्वास, आत्मा की अमरता में विश्वास आदि।
2) सामाजिक सुझाव- सामाजिक सुझाव सामाजिक नियंत्रण के शक्तिशाली साधन है। सुझाव विचारों भावना एवं अन्य मानसिक स्थितियों का अप्रत्यक्ष संप्रेषण है।
3) विचारधाराएं- गांधीवाद, लेनिनवाद, फासीवाद आदि विचारधाराएं जिन्होंने समाजिक वास्तविकताओं का विश्लेषण कर लोगो के सम्मुख एक आदर्श रखा।
4)जनरीतियां- जनरीति व्यवहार की स्वीकृति प्राप्त विधियां हैं जो समूह में स्वयं उत्पन्न होती है वह दैनिक जीवन के व्यवहार प्रतिमान है जो समूह के अंदर सहज एवं अचेत रूप में विकसित होते हैं।
5) लोकाचार- वे जनरीतियां हैं जिन्हें समूह द्वारा अधिक महत्वपूर्ण हीं नहीं अपितु समूह कल्याण हेतु अपरिहार्य समझा जाता है ।
6) प्रथाएं यह चिरकाल से चली आ रही लोकाचार एवम जनरीतियां है। ये ये बहुत शक्तिशाली होते है यह सामाजिक नियंत्रण में महत्वपूर्ण साधन है।
7)धर्म समाज में मनुष्य के व्यवहारपर शक्तिशाली प्रभाव डालता है। यह मनुष्य में आज्ञा पालन करने, सत्य बोलने, धोखा नहीं देने, स्त्रियों का सम्मान करने, ईमानदार होने, अपनी इच्छाओं को सीमित रखने की सिख देता है।
8) हास्य- उपहास भी सामाजिक नियंत्रण के महत्वपूर्ण साधन है।
इसके अतिरिक्त कुछ औपचारिक साधन जैसे कानून, शिक्षा, बल प्रयोग आदि भी समाज को नियंत्रित करता है।
उत्तर4 सामाजिक नियंत्रण की औपचारिक साधना में कानून शिक्षा एवं बल सम्मिलित है।
1) कानून कानून सामाजिक नियंत्रण के औपचारिक साथ में में सर्वाधिक महत्वपूर्ण साधन है।
2)शिक्षा कानून के साथ-साथ सामाजिक नियंत्रण के साधन के रूप में शिक्षा का महत्व भी अधिक से अधिक महसूस किया जा रहा है।
3) बल प्रयोग- यह सबसे अंतिम स्थिति में प्रयोग किया जाने वाला साधन है