RPS-2020 CGPSC MAINS WRITING PRACTICE 8 JUN ANSWER

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उत्तर1 शब्द परिवर्तन काल की इसी अवधि में किसी वस्तु में दृश्य मान परिवर्तन को इंगित करता है एवं सामाजिक परिवर्तन से हमारा आशय होता है किसी निश्चित काल अवधि में किसी परिवर्तन पर घटना में पर्यवेक्षण अंतर है


उत्तर2 सामाजिक परिवर्तन की गति प्रत्येक समाज में भिन्न है। किसी समाज में तीव्र है तो किसी में धीरे है। अनेक कारण सामाजिक परिवर्तन की गति एवं दिशा निर्धारित करती है। जैसे –
1)जैविक कारक- जैविक कारकों से अभिप्राय उन कारकों से है जो भावी संततियों की संख्या,रचना ,चयन एवं अनुवांशिक गुणों को निर्धारित करता है।समाज का माननीय तत्व सदैव परिवर्तनशील है जनसंख्या एवं उसकी संरचना का समाजिक परिवर्तन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। अधिक जनसंख्या बेगारी गरीबी बालश्रम आदि का कारण बनता है जो पिछड़े समाज का घोतक है।
2) प्राकृतिक कारण- प्राकृतिक पर्यावरण सामाजिक स्थितियों को शासित करता है जहां बाढ़ भूकंप सूखा महामारी जैसे आपदाएं आती है वहां समाज ज्यादा परिवर्तनशील होता है। मरुस्थली एवं ध्रुव क्षेत्रों में नगरों का विकास, ज्ञान एवं कला का विकास नहीं हो पाता क्योंकि वहां आर्थिक विपुलता नहीं होती, साधारण सा परिवर्तन कभी भी आ जाता है।कोयला,लोहा, तेल की दुर्लभता के कारण के एक विशाल जनसंख्या वाला देश महान शक्ति बनने से वंचित रह जाता है।
3) प्रौद्योगिकी कारण- प्रद्योगिकी समाज को अनेक कारणों से प्रभावित करता है।जैसे-
*उत्पादन प्रौद्योगिकी में परिवर्तन- उत्पादन के नए यन्त्र विकसित होने से समाज के छोटे वर्ग, कारीगर, मजदूर, स्त्रियों की स्थिति में बदलाव आया है। परमाणु यंत्र का आविष्कार आज अंतरराष्ट्रीय समाज में अशांति का कारण है।

इसके अतिरिक्त संचार एवं यातायात के साधनों में आमूलचूल परिवर्तन समाज को और अधिक गतिशील एवं परिवर्तनशील बना दिया है।


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